पाठ योजना- 40
विद्यालय का नाम-
दिनांक- / /2018
कक्षा- 8वीं
विषय- सामाजिक विज्ञान कालांश- पंचम
उपविषय- इतिहास अवधि- 40 मिनट
प्रकरण- पूना समझौता
समान्य उद्देश्य
पूर्वत
विशिष्ट उद्देश्य
1.
विद्यार्थी पूना समझौता
की व्याख्या कर पाएंगे।
2.
विद्यार्थी पूना समझौता
में आबेड़कर की गई मांग की विवेचना कर पाएंगे।
3.
विद्यार्थी पूना समझौता
में गांधीजी के दृष्टिकोण की विवेचना कर पाएंगे।
4.
विद्यार्थी पूना समझौता
की जरूरत को अपने दृष्टिकोण से विश्लेषित कर पाएंगे।
कक्षा पूर्व
तैयारी
· विषय वस्तु संवर्धन
इस विषय पर उपलब्ध पुस्तकें एवं इंटरनेट पर उपलब्ध सामग्री का अध्ययन.
· शिक्षण सहायक सामग्री
चॉक, डस्टर, पोस्टर
प्रस्तावना
छात्राध्यापक विद्यार्थियों से निम्नलिखित प्रश्न पूछकर
पूर्व ज्ञान से जोड़ेंगे-
1.
महाराष्ट्र में पूना एक
शहर है, आप में से कौन-कौन पूना गए हैं?
2.
समझौता का मतलब क्या
होता है?
3.
पूना समझौता हुआ था
आपलोग जानते हैं?
4.
पूना समझौता किनके-किनके
बीच हुआ था?
5.
पूना समझौता क्यों हुआ
था?
प्रस्तुतीकरण
प्रकरण (विशिष्ट उद्देश्य के अनुसार)
|
क्रियाकलाप
|
v पूना समझौता
v पूना समझौता के कारण
v गांधी का सत्याग्रह एवं समझौता
|
·
छात्राध्यापक
विद्यार्थियों को पूना समझौता के बारे में बताएँगे-
(पूना पैक्ट अथवा पूना समझौता डॉ. भीमराव आम्बेडकर एवं महात्मा गांधी के
मध्य पुणे की यरवदा सेंट्रल जेल में 24 सितम्बर, 1932 को हुआ था। समझौते में दलित वर्ग के लिए पृथक निर्वाचक मंडल को त्याग
दिया गया लेकिन दलित वर्ग के लिए आरक्षित सीटों की संख्या प्रांतीय विधानमंडलों
में 71 से बढ़ाकर 147 और केन्द्रीय विधायिका में कुल सीटों की 18% कर दीं गयीं।)
·
छात्राध्यापक
विद्यार्थियों को पूना समझौता के कारणों को बताएँगे-
(द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में हुए विचार विमर्श के फल स्वरूप कम्युनल अवार्ड
की घोषणा की गई। जिसके तहत बाबासाहेब द्वारा उठाई गयी राजनीतिक प्रतिनिधित्व की
माँग को मानते हुए दलित वर्ग को दो वोटों का अधिकार मिला। एक वोट से दलित अपना
प्रतिनिधि चुनेंगे तथा दूसरी वोट से सामान्य वर्ग का प्रतिनिधि चुनेंगे। इस
प्रकार दलित प्रतिनिधि केवल दलितों की ही वोट से चुना जाना था। दूसरे शब्दों में
उम्मीदवार भी दलित वर्ग का तथा मतदाता भी केवल दलित वर्ग के होगा। दलित
प्रतिनिधि को चुनने में गैर दलित वर्ग अर्थात सामान्य वर्ग का कोई दखल ना रहा।
परन्तु दूसरो ओर दलित वर्ग अपनी दूसरी वोट के माध्यम से सामान्य वर्ग के
प्रतिनिधि को चुनने से अपनी भूमिका निभा सकता था।
·
छात्राध्यापक पूना
समौता में गांधी का सत्याग्रह एवं समझौता को बताएँगे-
(गाँधी उस समय पूना की येरवड़ा जेल में थे। कम्युनल एवार्ड की घोषणा होते ही
पहले तो उन्होंने ब्रिटिश प्रधानमन्त्री को पत्र लिखकर इसे बदलवाने का प्रयास
किया,
परंतु जब उन्होंने देखा की यह निर्णय बदला नहीं जा रहा, तो उन्होंने आमरण व्रत रखने की घोषणा कर दी, इत्यादि।)
|
पुनरावृत्ति
छात्राध्यापक पाठ की पुनरावृत्ति कराने से पहले विद्यार्थियों
से निम्नलिखित प्रश्न पूछकर पाठ की जांच करेंगे-
1.
पूना समझौता कब हुआ था?
2.
पूना समझौता के लिए
गांधीजी ने क्या किया?
पाठ की जांच
में कमियों का पता चलने पर उसे शामिल करते हुए, पूर्ण
पाठ को संक्षिप्त में प्रस्तुत करेंगे। संक्षिप्त में पाठ प्रस्तुत करने के बाद
छात्राध्यापक कहेंगे कि इस विषय पर कोई आपकी जिज्ञासा या प्रश्न हो तो पूछ सकते
हैं। यदि विद्यार्थी कोई प्रश्न पूछता है तो छात्राध्यापक बताएंगे।
गृह कार्य
1.
पूना समझौता क्यों हुआ था?
2.
गांधीजी ने आमरण व्रत क्यों
किया?
गृह कार्य की जांच
आत्म मूल्यांकन एवं मनन
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