Thursday, 14 February 2019

पाठ योजना- 23



पाठ योजना- 23             

विद्यालय का नाम- 
दिनांक- 01/10/2018                                                          कक्षा- 9वीं  
विषय- सामाजिक विज्ञान                                                    कालांश- द्वितीय     
उपविषय- इतिहास                                                           अवधि- 40 मिनट
प्रकरण- अंतरराष्ट्रीय महिला वर्ष और जागृति      
समान्य उद्देश्य
पूर्वत
विशिष्ट उद्देश्य 
1.     विद्यार्थी अंतरराष्ट्रीय महिला वर्ष घोषित होने के कारणों की व्याख्या कर पाएंगे।
2.     विद्यार्थी अंतरराष्ट्रीय महिला वर्ष की जरूरत की विवेचना कर पाएंगे।  
3.     विद्यार्थी महिलाओं का आदर कर पाएंगे।
4.     विद्यार्थी महिलाओं के हक की लड़ाई में अपनी भूमिका तय कर पाएंगे।      
 कक्षा पूर्व तैयारी
·       विषय वस्तु संवर्धन
इस विषय पर उपलब्ध पुस्तकें एवं इंटरनेट पर उपलब्ध सामग्री का अध्ययन.   
·       शिक्षण सहायक सामग्री
चॉक, डस्टर, पोस्टर  
प्रस्तावना
छात्राध्यापक विद्यार्थियों से निम्नलिखित प्रश्न पूछकर पूर्व ज्ञान से जोड़ेंगे-
1.     क्या महिलाओं को घर की चार दीवारियों के अंदर ही रहना चाहिए?
2.     यदि नहीं तो, क्यों नहीं रहना चाहिए?
3.     महिलाओं को प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिए, ऐसा क्यों कहा जाता है?
4.     संयुक्त राष्ट्र संघ ने किस वर्ष से अंतरराष्ट्रीय महिला वर्ष मनाने की घोषणा की थी?
5.     अंतरराष्ट्रीय महिला वर्ष क्यों मनाते हैं?
          प्रस्तुतीकरण
प्रकरण (विशिष्ट उद्देश्य के अनुसार)
क्रियाकलाप

v अंतरराष्ट्रीय महिला वर्ष घोषित होने के कारण, घोषणा वर्ष एवं दिवस























































v भारत में महिला आयोग का गठन



































v महिलाओं में जागृति कार्य  

















  
·       छात्राध्यापक अंतरराष्ट्रीय महिला वर्ष को बताने के लिए कक्षा में पोस्टर दिखाएंगे, जिसमें निम्नलिखित सूचनाएं उल्लेखित रहेगी-  
1.     श्रमिक महिलाओं का प्रथम जुलूस- 8 मार्च 1857 को न्यूयार्क शहर में एक जुलूस काम के घंटे को कम करना, उचित पारिश्रमिक, पालना घर आदि की मांग करते हुए निकाला गया था।
2.     हड़ताल- इन्हीं मागों को लेकर 8 मार्च 1909 को महिलाओं ने हड़ताल की।   
3.     अंतरराष्ट्रीय महिला वर्ष की घोषणा- संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 1975 को अंतरराष्ट्रीय महिला वर्ष के रूप में घोषित किया था।
4.     त्रि-सूत्री कार्यक्रम- शांति, विकास, और स्त्री-पुरुष समानता।
5.     विश्व महिला दिवस- 1977 ई. में संयुक्त राष्ट्र की आमसभा ने प्रस्ताव पारित कर 8 मार्च को विश्व महिला दिवस के रूप में घोषित किया।
·       विद्यार्थियों को पोस्टर दिखाते हुए निम्नलिखित प्रश्न छात्राध्यापक पुछेंगे-
क.   महिलाओं द्वारा काम का उचित पारिश्रमिक मिले, इसके लिए सबसे पहले कहाँ जुलूस निकाला गया था?
ख.   किस वर्ष को संयुक्त राष्ट्र संघ ने अंतरराष्ट्रीय महिला वर्ष घोषित किया था।
ग.     विश्व महिला दिवस प्रत्येक साल कब मनाया जाता है?
·       विद्यार्थी द्वारा प्राप्त प्रतिक्रिया के आधार पर छात्राध्यापक विस्तार से बताएँगे।
·       छात्राध्यापक भारत में महिला आयोग का गठन बताने के लिए इसी पोस्टर में इसकी निम्नलिखित सूचना उल्लेखित करेंगे-
1.     महिला आयोग का गठन- भारत सरकार ने वर्ष 1975 में डॉ. फुलरेणु गुहा की अध्यक्षता में की थी।
2.     सर्वेक्षण- स्त्रियों का सामाजिक स्थान, स्त्रियों के संदर्भ में संवैधानिक प्रावधानों के परिणाम, स्त्रियों की शिक्षा और उसका प्रतिशत, शिक्षा के फलस्वरूप उनका विकास, नौकरी करने वाली महिलाओं की समस्याएँ, स्त्रियों की रोजगार के संदर्भ में वर्तमान स्थिति, उन्हें मिलने वाला वेतन (पुरुषों के संदर्भ में), स्त्री-पुरुष अनुपात, जन्म-मृत्यु दर इत्यादि।
·       इसे बताने के पहले छात्राध्यापक कक्षा में चार-चार विद्यार्थियों का ग्रुप बनाएँगे तथा विद्यार्थी ग्रुप में समाज में महिलाओं की स्थिति विषय पर चर्चा करेंगे।
Ø इसके लिए सभी ग्रुप को 7 मिनट का समय दिया जाएगा।
Ø समय पूरा होने पर सभी ग्रुप के ग्रुप लीडर बारी-बारी से पढ़कर सुनाएंगे।
Ø इसके लिए सभी ग्रुप को दो-दो मिनट का समय दिया जाएगा।
Ø विद्यार्थियों द्वारा पढ़कर सुनाने पर जहां जरूरत होगा छात्राध्यापक सुधार करेंगे या जोड़ते हुए बताएंगे।
·       छात्राध्यापक इसी पोस्टर से महिलाओं में जागृति के कार्यों को बताएंगे-
1.     1975 में महाराष्ट्र में स्त्री मुक्ति संघर्ष समिति की ओर से महिलाओं के लिए आयोजित राज्यव्यापी परिषद में सभी क्षेत्रों की महिलाओं ने भाग लिया था।
2.     1978 में समिति का घोषणा पत्र प्रकाशित हुआ। इस घोषणा पत्र में लिंगभेद, जातिभेद, वर्णभेद जैसी विषमतापूर्ण घटकों के विरोध में संघर्ष प्रारंभ करने की नीति को स्वीकार गया।
3.     1977 में पुणे में सौदामिनी राव द्वारा स्थापित स्त्रीमुक्ति आंदोलन समिति, कोल्हापुर में महिला दक्षता समिति, नाशिक में महिला हक्क, लातूर में नारी प्रबोधन मंच जैसे दल बने।    



पुनरावृत्ति
छात्राध्यापक पाठ की पुनरावृति कराने से पहले विद्यार्थियों से निम्नलिखित प्रश्न पूछकर पाठ की जांच करेंगे-
1.     भारत सरकार ने महिला आयोग का गठन कब किया?
2.     अंतरराष्ट्रीय महिला वर्ष के त्रि-सूत्रीय कार्यक्रम में कौन-कौन से विषय शामिल थे?
        पाठ जांच में कमियों का पता चलने के बाद छात्राध्यापक फिर से संपूर्ण पाठ को संक्षिप्त में प्रस्तुत करेंगे। संक्षिप्त में पाठ प्रस्तुत करने के बाद छात्राध्यापक कहेंगे कि इस विषय पर कोई आपकी जिज्ञासा या प्रश्न हो तो पूछ सकते हैं। यदि विद्यार्थी कोई प्रश्न पूछता है तो छात्राध्यापक बताएंगे।
गृह कार्य
1.     आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस आप किस प्रकार से मनाना चाहेंगे, एक प्रोग्राम का खाका तैयार करें तथा इस प्रोग्राम में आप किसे बुलाना चाहेंगे? 
गृह कार्य की जांच


आत्म मूल्यांकन एवं मनन





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