पाठ योजना- 26
विद्यालय का नाम-
दिनांक- 22/10/2018
कक्षा- 8वीं
विषय- सामाजिक विज्ञान कालांश- पंचम
उपविषय- इतिहास अवधि- 40 मिनट
प्रकरण- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना
समान्य उद्देश्य
पूर्वत
विशिष्ट उद्देश्य
1.
विद्यार्थी भारतीय
राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना के बारे में बता पाएंगे।
2.
विद्यार्थी भारतीय
राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना के उद्देश्यों की व्याख्या कर पाएंगे।
3.
विद्यार्थी भारतीय
राष्ट्रीय कांग्रेस में पड़े फूट की चर्चा कर पाएंगे।
4.
विद्यार्थी संगठन की
जरूरत की विवेचना कर पाएंगे।
कक्षा पूर्व
तैयारी
· विषय वस्तु संवर्धन
इस विषय पर उपलब्ध पुस्तकें एवं इंटरनेट पर उपलब्ध सामग्री का अध्ययन.
· शिक्षण सहायक सामग्री
चॉक, डस्टर, पोस्टर
प्रस्तावना
छात्राध्यापक विद्यार्थियों से निम्नलिखित प्रश्न पूछकर
पूर्व ज्ञान से जोड़ेंगे-
1.
भारत की आजादी के लिए
कौन-कौन से संगठन सक्रिय थे?
2.
भारतीय राष्ट्रीय
कांग्रेस का नाम आपने सुना है?
3.
भारतीय राष्ट्रीय
कांग्रेस की स्थापना कब की गई थी?
4.
भारत राष्ट्रीय कांग्रेस
की स्थापना के समय क्या उद्देश्य निर्धारित किए गए थे?
प्रस्तुतीकरण
प्रकरण (विशिष्ट उद्देश्य के अनुसार)
|
क्रियाकलाप
|
v भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना
o
भारतीय राष्ट्रीय
कांग्रेस के उद्देश्य
o
नरम और गरम दल
|
·
छात्राध्यापक
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना बताने के लिए कक्षा में पोस्टर दिखाएंगे, जिसमें सूचनाएँ निम्नलिखित बिन्दुओं में
उल्लेखित रहेगा-
1.
भारतीय
राष्ट्रीय काँग्रेस की स्थापना 72 प्रतिनिधियों की उपस्थिति में, 28 दिसम्बर 1885 को मुंबई में गोकुलदास
तेजपाल संस्कृत महाविद्यालय में हुई थी। ।
2.
भारतीय
राष्ट्रीय कांग्रेस के संस्थापक महासचिव (जनरल सेक्रेटरी) ए ओ ह्यूम थे।
3.
इसके
प्रथम अध्यक्ष व्योमेश चन्द्र बनर्जी थे।
4.
प्रशासन
में भारतियों को अधिक प्रतिनिधित्व मिले, अंग्रेज सरकार सेना व्यय में कटौती करे जैसी मांगों का निवेदन किया गया।
·
छात्राध्यापक
पोस्टर में उल्लेखित सूचनाओं को बारी-बारी
विद्यार्थियों से पढ़वाएंगे तथा विद्यार्थी अपने नोट बुक में लिखेंगे एवं
छात्राध्यापक विस्तारपूर्वक बताएँगे।
·
छात्राध्यापक भारतीय
राष्ट्रीय कांग्रेस के उद्देश्य को बताने के लिए कक्षा में इसी पोस्टर में सूचनाएँ निम्नलिखित बिन्दुओं में उल्लेखित कर
दिखाएंगे-
1.
भारत के विभिन्न भागों
के लोगों को धर्म,वंश, जाति, भाषा, भौगोलिक प्रदेश आदि का भेदवार भुलाकर एक
मंच पर लाना।
2.
एक दूसरे की समस्याओं
को समझ-बूझकर उनपर विचार-विमर्श करना।
3.
एकता की भावना में
वृद्धि लाना।
4.
राष्ट्र की उन्नति के
लिए प्रयास करना।
·
पोस्टर के आधार पर
छात्राध्यापक विस्तार से बताएँगे।
·
छात्राध्यापक नरम और
गरम दल को बताने के लिए कक्षा में इसी पोस्टर को दिखाएंगे। सूचनाएँ निम्नलिखित
बिन्दुओं में उल्लेखित रहेगा-
1.
1907 में काँग्रेस में
दो दल बन चुके थे - गरम दल एवं नरम दल।
2.
गरम दल का नेतृत्व बाल
गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय एवं बिपिन चंद्र पाल
(जिन्हें लाल-बाल-पाल भी कहा जाता है) कर रहे थे।
3.
नरम दल का नेतृत्व
गोपाल कृष्ण गोखले, फिरोजशाह मेहता एवं दादा भाई नौरोजी कर
रहे थे।
4.
शांतिपूर्वक और कानूनी
मार्ग का अनुसरण करने वाले नेता नरम पंथी माने गए।
5.
स्वतंत्रता के लिए
प्रमुख संघर्ष करना चाहिए यह मानने वाले गरम पंथी नेता कहलाए।
6.
गरम दल पूर्ण स्वराज
की माँग कर रहा था परन्तु
7.
नरम दल ब्रिटिश राज
में स्वशासन चाहता था।
·
पोस्टर के आधार पर
छात्राध्यापक विस्तार से बताएँगे।
|
पुनरावृत्ति
छात्राध्यापक पाठ की पुनरावृत्ति कराने से पहले
विद्यार्थियों से निम्नलिखित प्रश्न पूछकर पाठ की जांच करेंगे-
1.
भारतीय राष्ट्रीय
कांग्रेस की स्थापना कब की गई थी?
2.
नरम दल के नेता कौन-कौन
थे?
पाठ की जांच
में कमियों का पता चलने तथा पूर्ण पाठ को छात्राध्यापक संक्षिप्त में प्रस्तुत
करेंगे। संक्षिप्त में पाठ प्रस्तुत करने के बाद छात्राध्यापक कहेंगे कि इस विषय
पर कोई आपकी जिज्ञासा या प्रश्न हो तो पूछ सकते हैं। यदि विद्यार्थी कोई प्रश्न
पूछता है तो छात्राध्यापक बताएंगे।
गृह कार्य
1.
भारतीय राष्ट्रीय
कांग्रेस के उद्देश्य क्या थे?
2.
नरम और गरम दल से आप
क्या समझते हैं, कांग्रेस में विभाजन क्यों हुआ था?
गृह कार्य की जांच
आत्म मूल्यांकन एवं मनन
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