पाठ योजना- 17
विद्यालय का नाम-
दिनांक- 17/09/2018
कक्षा- 9वीं
विषय- सामाजिक विज्ञान कालांश- द्वितीय
उपविषय- इतिहास अवधि- 40 मिनट
प्रकरण- महिला सशक्तिकरण
समान्य उद्देश्य
पूर्वत
विशिष्ट उद्देश्य
1.
विद्यार्थी महिला
सशक्तिकरण की जरूरतों की व्याख्या कर पाएंगे।
2.
प्रति हजार पुरुषों में
महिलाओं के अनुपात का कम होना, कारणों की विवेचना
कर पाएंगे।
3.
समाज में महिलाओं के ऊपर
होने वाले अन्याय को चिन्हित कर पाएंगे।
कक्षा पूर्व
तैयारी
· विषय वस्तु संवर्धन
इस विषय पर उपलब्ध पुस्तकें एवं इंटरनेट पर उपलब्ध सामग्री का अध्ययन.
· शिक्षण सहायक सामग्री
चॉक, डस्टर, पोस्टर
प्रस्तावना
छात्राध्यापक विद्यार्थियों से निम्नलिखित प्रश्न पूछकर
पूर्व ज्ञान से जोड़ेंगे-
1.
भारत या दुनिया में लगभग
आधी आबादी किसकी है?
2.
आपकी कक्षा में लड़कियों
की संख्या कम क्यों है?
3.
जितना पुरुष को आजादी है
उतनी महिला को आजादी क्यों नहीं है?
4.
महिला सशक्तिकरण से आप
क्या समझते हैं?
प्रस्तुतीकरण
प्रकरण (विशिष्ट उद्देश्य के अनुसार)
|
क्रियाकलाप
|
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
v महिला सशक्तिकरण की जरूरत
v महिलाओं पर होने वाले अत्याचार एवं
उसके उपाय
v स्त्री शक्ति का प्रकटीकरण
v बेलन मोर्चा
|
·
छात्राध्यापक महिला
सशक्तिकरण की जरूरत को बताने के लिए कक्षा में जनगणना वर्ष 1951 से लेकर 2011 तक
के प्रति हजार पुरुषों में स्त्रियों का अनुपात से संबंधित एक पोस्टर दिखाएंगे-
·
पोस्टर दिखाने के बाद
विद्यार्थियों से निम्नलिखित प्रश्न पुछे जाएंगे-
1.
जनगणना कितने सालों के
अंतराल पर होती है?
2.
2011 के बाद अब जनगणना
कब होगी?
3.
प्रति हजार पुरुषों पर
स्त्रियों के अनुपात में कमी है, ऐसा
क्यों है।
·
विद्यार्थियों की
प्रतिक्रिया को छात्राध्यापक जानेंगे तथा प्रश्न के उत्तर जरूरत के अनुसार
बताएँगे।
·
छात्राध्यापक इसके लिए
कक्षा में चार-चार विद्यार्थियों का ग्रुप बनाएँगे तथा महिलाओं पर होने वाले
अत्याचार एवं उसके उपाय को विद्यार्थी
लिखेंगे।
Ø इसके लिए सभी ग्रुप को पाँच से सात मिनट का समय दिया जाएगा।
Ø लिखने के बाद, ग्रुप लीडर बारी-बारी से पढ़कर सुनाएंगे।
Ø सभी ग्रुप को इसके लिए दो से तीन मिनट का समय दिया जाएगा।
Ø विद्यार्थी प्रतिक्रिया सुनने के बाद जरूरत के अनुसार छात्राध्यापक बताएँगे।
·
छात्राध्यापक स्त्री
शक्ति के प्रकटीकरण को बताएँगे।
(आजादी के आंदोलन में बहुत सारी महिलाओं ने आंदोलन को आगे बढ़ाने में मदद की
थी। विनोबा भावे द्वारा भूदान यज्ञ में भी महिलाओं ने हिस्सा लिया। जीवनावश्यक वस्तुओं
की कमी और महंगाई का सामना सबसे अधिक स्त्रियों को करना पड़ता है। स्त्रियों ने
वर्ष 1972 में महाराष्ट्र में अपनी संगठित शक्ति से प्रदर्शन किया था।
·
छात्राध्यापक कक्षा
में पोस्टर दिखाएंगे तथा के आधार पर बताएँगे। जिसमें निम्नलिखित बिन्दु उल्लेखित
रहेंगे-
1.
बेलन मोर्चा-
समाजवादी नेता मृणाल गोरे के नेतृत्व में मुंबई की महिलाओं ने बेलन मोर्चा
निकाला था।
2.
मृणाल गोरे का चित्र
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3.
आंदोलन के कारण-दीपावली
में तेल, घी, चीनी सूजी, मैदा जैसी वस्तुओं की जबरदस्त कमी पैदा हो गई थी। इस आंदोलन को सफलता
मिली और जनता महिलाओं की सामूहिक शक्ति के प्रकटीकरण से भली-भांति परिचित हुई।)
|
पुनरावृत्ति
छात्राध्यापक पाठ की पुनरावृति कराने से पहले विद्यार्थियों
से निम्नलिखित प्रश्न पूछकर पाठ की जांच करेंगे-
1.
स्त्रियों ने महाराष्ट्र
में कब अपनी शक्ति प्रदर्शन किया था?
2.
बेलन मोर्चा मुंबई में
किसके नेतृत्व में निकाली गई थी?
पाठ की जांच
के बाद छात्राध्यापक संक्षिप्त में पाठ को प्रस्तुत करेंगे। संक्षिप्त में पाठ
प्रस्तुत करने के बाद छात्राध्यापक कहेंगे कि इस विषय पर कोई आपकी जिज्ञासा या
प्रश्न हो तो पूछ सकते हैं। यदि विद्यार्थी इस विषय से संबंधित कोई प्रश्न पूछता
है तो छात्राध्यापक बताएंगे।
गृह कार्य
1.
महिला सशक्तिकरण के लिए
महिला और पुरुषों को क्या करना चाहिए?
2.
आप अपने घर में अनुमान
लगाइए कि, महिलाओं पर अत्याचार किस-किस रूप में होता
है?
गृहकार्य की जांच
आत्म मूल्यांकन एवं मनन
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