पाठ योजना- 24
विद्यालय का नाम-
दिनांक- 01/10/2018
कक्षा- 8वीं
विषय- सामाजिक विज्ञान कालांश- पंचम
उपविषय- इतिहास अवधि- 40 मिनट
प्रकरण- स्वतंत्रता आंदोलन का प्रारंभ एवं जागृति
समान्य उद्देश्य
पूर्वत
विशिष्ट उद्देश्य
1.
विद्यार्थी स्वतंत्रता आंदोलन
का प्रारंभ के कारणों की व्याख्या कर पाएंगे।
2.
विद्यार्थी अंग्रेजों
द्वारा जारी शोषण व्यवस्था को चिन्हित कर पाएंगे।
3.
विद्यार्थी अंग्रेजी
शासनकाल में प्रशासनिक केन्द्रीकरण से उपजे राष्ट्रीयता की भावना को जान पाएंगे।
4.
पश्चिमी शिक्षा के
प्रसार से नई संकल्पनाओं के उदय की विवेचना कर पाएंगे।
कक्षा पूर्व
तैयारी
· विषय वस्तु संवर्धन
इस विषय पर उपलब्ध पुस्तकें एवं इंटरनेट पर उपलब्ध सामग्री का अध्ययन.
· शिक्षण सहायक सामग्री
चॉक, डस्टर, पोस्टर
प्रस्तावना
छात्राध्यापक विद्यार्थियों से निम्नलिखित प्रश्न पूछकर
पूर्व ज्ञान से जोड़ेंगे-
1.
स्वतंत्रता से आप क्या
समझते हैं?
2.
प्रत्येक व्यक्ति
स्वतंत्र क्यों होना चाहता है?
3.
शोषण से आप क्या समझते
हैं?
4.
भारत ने अंग्रेजों से स्वतंत्रता
की लड़ाई क्यों लड़ी?
प्रस्तुतीकरण
प्रकरण (विशिष्ट उद्देश्य के अनुसार)
|
क्रियाकलाप
|
v स्वतंत्रता आंदोलन का परिस्थिति निर्माण
o
आर्थिक शोषण का प्रभाव
o
पश्चिमी शिक्षा का
प्रभाव
|
·
छात्राध्यापक
स्वतंत्रता आंदोलन का परिस्थिति निर्माण
बताने के लिए कक्षा में पोस्टर दिखाएंगे, जिसमें सूचनाएँ निम्नलिखित बिन्दुओं में उल्लेखित रहेगा-
1.
अंग्रेजी
शासन के कारण भारत में एकछत्र शासन प्रारंभ हुआ।
2.
संपूर्ण
देश में समान नीति, विधि
शासन के सम्मुख सभी एक समान जैसी बातों के कारण लोगों में एक राष्ट्रीयता की
भावना विकसित हुई।
3.
अंग्रेजों
ने अपनी सुविधा के लिए रेल एवं सड़कों का निर्माण कराया, लेकिन इससे भारतियों को भी फायदा हुआ।
4.
भारत
के अलग-अलग प्रान्तों के लोगों का पारस्परिक संबंध बढ़ा और राष्ट्र भावना विकसित
हुई।
·
छात्राध्यापक पोस्टर
दिखाते हुए विद्यार्थियों से निम्नलिखित प्रश्न पुछेंगे-
1.
रेल एवं सड़क मार्ग
हमारे लिए क्यों जरूरी है?
2.
कहीं दूसरी जगह यदि आप
जाते हैं तो वहाँ किस-किस चीजों से परिचित होते हैं?
3.
दूसरे राज्यों के
लोगों से आप बात करते हैं तो क्या परिवर्तन नजर आता है।
·
इसके बाद छात्राध्यापक
पोस्टर के आधार पर विस्तार से बताएँगे।
·
छात्राध्यापक आर्थिक
शोषण के प्रभाव को बताने के लिए कक्षा में इसी पोस्टर को दिखाएंगे। जिसमें सूचनाएँ निम्नलिखित बिन्दुओं में उल्लेखित
रहेगा-
1.
भारत की संपत्ति का
प्रवाह कई स्त्रोतों से इंग्लैंड पहुँच रहा था।
2.
आर्थिक शोषण ज़ोरों पर
था।
3.
किसानों से बलपूर्वक
नकदी अथवा व्यापारिक फसलें लेने के लिए बाध्य करना, लगान का बोझ, निरंतर आने वाले अकाल से
किसानों की स्थिति दयनीय।
4.
पारंपरिक उद्योग-धंधों
के ह्रास से बेरोजगारी का बढ़ना।
5.
पूँजीपतियों द्वारा
श्रमिक वर्ग का शोषण।
6.
मध्य वर्ग पर नए-नए कर
का बोझ।
·
पोस्टर के आधार पर
छात्राध्यापक विस्तार से बताएँगे।
·
छात्राध्यापक पश्चिमी
शिक्षा के प्रभाव को बताने के लिए कक्षा में इसी पोस्टर को दिखाएंगे। सूचनाएँ
निम्नलिखित बिन्दुओं में उल्लेखित रहेगा-
1.
पश्चिमी शिक्षा के
प्रसार-प्रचार के कारण न्याय, स्वतंत्रता, समता और लोकतंत्र जैसी नई संकल्पनाओं से भारतियों का परिचय हुआ।
2.
भारतीयों ने
बुद्धिवादिता, विज्ञाननिष्ठा,
मानवता, राष्ट्रवाद जैसे मूल्यों को आत्मसात किया।
3.
भारतियों ने यह अनुभव
करना प्रारंभ किया कि अपने देश का शासन चलाने में हमलोग सक्षम हैं।
·
पोस्टर के आधार पर
छात्राध्यापक विस्तार से बताएँगे।
|
पुनरावृत्ति
छात्राध्यापक पाठ की पुनरावृत्ति कराने से पहले
विद्यार्थियों से निम्नलिखित प्रश्न पूछकर पाठ की जांच करेंगे-
1.
अंग्रेज़ भारतियों का
आर्थिक शोषण क्यों करना चाहते थे?
2.
पश्चिमी शिक्षा का
भारतियों पर क्या प्रभाव पड़ा?
पाठ की जांच
में कमियों का पता चलने के आधार पर छात्राध्यापक संक्षिप्त में पाठ को प्रस्तुत
करेंगे। संक्षिप्त में पाठ प्रस्तुत करने के बाद छात्राध्यापक कहेंगे कि इस विषय
पर कोई आपकी जिज्ञासा या प्रश्न हो तो पूछ सकते हैं। यदि विद्यार्थी कोई प्रश्न
पूछता है तो छात्राध्यापक बताएंगे।
गृह कार्य
1.
भारतियों में स्वतंत्रता
की मांग क्यों होने लगी थी?
2.
किसी एक सामाजिक समस्या
का नाम लिखें तथा उससे आप निजात कैसे पाएंगे?
गृह कार्य की जांच
आत्म मूल्यांकन एवं मनन
No comments:
Post a Comment