Thursday, 14 February 2019

पाठ योजना- 38



पाठ योजना- 38               

विद्यालय का नाम- 
दिनांक-     /     /2018                                                           कक्षा- 8वीं 
विषय- सामाजिक विज्ञान                                                      कालांश- पंचम     
उपविषय- इतिहास                                                             अवधि- 40 मिनट
प्रकरण- पेशावर सत्याग्रह          
समान्य उद्देश्य
पूर्वत
विशिष्ट उद्देश्य 
1.     विद्यार्थी पेशावर सत्याग्रह के कारणों को जान पाएंगे।  
2.     विद्यार्थी पेशावर आंदोलन के नेतृत्वकर्ता के बारे में बता पाएंगे।
3.     विद्यार्थी खुदा-ए-ख़िदमतगार नामक संगठन की जरूरत की व्याख्या कर पाएंगे।
4.     विद्यार्थी खाँ अब्दुल गफ्फार खाँ के द्वारा किए गए सत्याग्रह आंदोलन की विवेचना कर पाएंगे।     
 कक्षा पूर्व तैयारी
·       विषय वस्तु संवर्धन
इस विषय पर उपलब्ध पुस्तकें एवं इंटरनेट पर उपलब्ध सामग्री का अध्ययन.   
·       शिक्षण सहायक सामग्री
चॉक, डस्टर, पोस्टर  
प्रस्तावना
छात्राध्यापक विद्यार्थियों से निम्नलिखित प्रश्न पूछकर पूर्व ज्ञान से जोड़ेंगे-
1.     पाकिस्तान कब आजाद हुआ था?
2.     पाकिस्तान की राजधानी कहाँ है?
3.     पेशावर कहाँ है?
4.     पेशावर में सत्याग्रह आंदोलन किसने किया था?


          प्रस्तुतीकरण
प्रकरण (विशिष्ट उद्देश्य के अनुसार)
क्रियाकलाप

v पेशावर परिचय


















v पेशावर सत्याग्रह


















v खान अब्दुल गफ्फार खान का परिचय












v खुदाई ख़िदमतगार   


















 
·       छात्राध्यापक पेशावर सत्याग्रह बताने से पहले पेशावर कहाँ है बताएँगे इसके लिए उल्लेखित मानचित्र दिखाएंगे-
1.      भारत और पाकिस्तान का चित्र-
क.   चित्र-1
ख.   चित्र-2
·       छात्राध्यापक विद्यार्थियों पेशावर सत्याग्रह के बारे में बताएँगे-
(पश्चिमोत्तर सीमाप्रान्त में खान अब्दुल गफ्फार खान गांधीजी के निष्ठावान अनुयायी थे। वे सरहदी गांधी या सीमांत गांधी के रूप में जाने जाते थे। उन्होंने खुदा-ए-ख़िदमतगार नामक संगठन की स्थापना की थी। 23 अप्रैल 1930 ई. को उन्होंने पेशावर में सत्याग्रह प्रारंभ किया। पेशवा शहर लगभग एक सप्ताह तक सत्याग्रहियों के नियंत्रण में था। सरकार ने गठवाल पलटन को सत्याग्रहियों पर गोली चलाने का आदेश दिया। परंतु गढ़वाल पलटन के अधिकारी चंद्रसिंह ठाकुर ने गोली चलाने इंकार कर दिया था।)
·       छात्राध्यापक खान अब्दुल गफ्फार खान के परिचय में निम्नलिखित बातें बताएँगे-                                       विभाजन का मुख्य कारण हिंदू-मुस्लिम में फूट उत्पन्न कर स्वतन्त्रता आंदोलन को दुर्बल करना था।   
1.     खान अब्दुल गफ्फार का चित्र-
2.     जन्म एवं मृत्यु-
जन्म- 1890 ई. में
मृत्यु- 20 जनवरी 1988.
स्थान- पेशावर (पाकिस्तान)
·       छात्राध्यापक खुदाई ख़िदमतगार के बारे में बताएँगे-
(खुदाई खिदमतगार एक फारसी शब्द है, जिसका हिन्दी में अर्थ होता है ईश्वर की बनायी हुई दुनिया के सेवक। खान अब्दुल गफ्फार खान एक पख्तून थे जो महात्मा गांधी के अहिंसक सिद्धान्तों के बहुत बड़े प्रशंसक थे। उनके अनुयायी अहिंसा के प्रति बचनबद्ध थे और उन्हें अपनी कमीजों के लाल रंग के कारण लाल कुर्ती का लोकप्रिय नाम मिला। लाल कुर्ती आन्दोलन भारत में पश्चिमोत्तर सीमान्त प्रान्त में खान अब्दुल गफ्फार खान द्वारा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के समर्थन में खुदाई ख़िदमतगार के नाम से चलाया गया एक ऐतिहासिक आन्दोलन था।)  

 पुनरावृत्ति
छात्राध्यापक पाठ की पुनरावृत्ति कराने से पहले विद्यार्थियों से निम्नलिखित प्रश्न पूछकर पाठ की जांच करेंगे-
1.     खान अब्दुल गफ्फार खान ने कौन सा संगठन बनाया था?
2.     खुदाई ख़िदमतगार का अर्थ क्या होता है?
        पाठ की जांच में कमियों का पता कर पूर्ण पाठ को संक्षिप्त में प्रस्तुत करेंगे। संक्षिप्त में पाठ प्रस्तुत करने के बाद छात्राध्यापक कहेंगे कि इस विषय पर कोई आपकी जिज्ञासा या प्रश्न हो तो पूछ सकते हैं। यदि विद्यार्थी कोई प्रश्न पूछता है तो छात्राध्यापक बताएंगे।
गृह कार्य
1.     समाज की सेवा हेतु एक संगठन बनाइये औए उस संगठन द्वारा क्या-क्या कार्य किया जा सकता है, सूची बनाइये? 
गृह कार्य की जांच



आत्म मूल्यांकन एवं मनन




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